DUSU: दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ (DUSU) चुनाव 2024 के परिणाम घोषित हो चुके हैं। इस बार एबीवीपी (अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद) ने अपनी परंपरा को कायम रखते हुए उपाध्यक्ष और सचिव जैसे दो प्रमुख पदों पर जीत हासिल की। एबीवीपी के भानु प्रताप सिंह उपाध्यक्ष पद पर विजयी हुए जबकि मित्रविंदा करनवाल ने सचिव पद अपने नाम किया। वहीं एनएसयूआई (नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया) के रौनक खत्री ने अध्यक्ष पद पर कब्जा जमाया और संयुक्त सचिव का पद भी एनएसयूआई के लोकेश चौधरी के खाते में गया।
सचिव पद जो महिलाओं के लिए आरक्षित होता है पर मित्रविंदा ने जीत दर्ज कर यह साबित कर दिया कि महिला नेतृत्व अब छात्र राजनीति में एक नई दिशा दे रहा है। मित्रविंदा ने अपने प्रचार अभियान में छात्रों के हित, महिला सुरक्षा और शिक्षा में सुधार जैसे मुद्दों को प्रमुखता से उठाया।
महिला नेतृत्व का शानदार प्रदर्शन:
सचिव पद जिसपर प्रायः महिला शक्ति का कब्जा होता है उस पद पर प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी ABVP की ही छात्रा ने जीत हासिल की ।
मित्रविंदा की इस जीत ने न केवल छात्राओं को प्रेरित किया बल्कि यह महिला सशक्तिकरण का एक प्रतीक बन गई। मित्रविंदा ने महिला सुरक्षा, छात्रों के अधिकार और शिक्षा में सुधार जैसे मुद्दों को प्राथमिकता दी। यह जीत केवल प्रियंका की नहीं बल्कि उन सभी महिलाओं की है जो बड़े सपने देखती हैं और उन्हें पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करती हैं।
इसके साथ ही सुभद्राकुमारी चौहान की कविता “खूब लड़ी मर्दानी, वह तो झांसी वाली रानी थी” मित्रविंदा और उनके जैसी सभी साहसी महिलाओं को समर्पित होती है जिन्होंने इस चुनाव में अपना दमखम दिखाया।
मित्रविंदा करनवाल की जीत ने यह दिखा दिया कि आज की महिलाएं न केवल सामाजिक बदलाव का नेतृत्व कर रही हैं बल्कि वे अपने साहस और नेतृत्व क्षमता से समाज के हर क्षेत्र में प्रेरणा का स्रोत बन रही हैं। उनकी इस जीत पर महादेवी वर्मा की पंक्तियां याद आती हैं:
“यदि दोष न दें नारी को,
तो बढ़कर लो उसके बल को पहचान।”
DUSU चुनाव परिणाम:
- अध्यक्ष: रौनक खत्री (एनएसयूआई)
- उपाध्यक्ष: भानु प्रताप सिंह (एबीवीपी)
- सचिव: मित्रविंदा करनवाल (एबीवीपी)
- संयुक्त सचिव: लोकेश चौधरी (एनएसयूआई)