Health: पीसीओडी (पॉलीसिस्टिक ओवरी डिजीज) और पीसीओएस (पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम) आजकल महिलाओं में तेजी से बढ़ती स्वास्थ्य समस्याएं बन रही हैं। ये हार्मोनल असंतुलन के कारण होते हैं जो मासिक धर्म में गड़बड़ी, वजन बढ़ने और बांझपन जैसी समस्याओं को जन्म दे सकते हैं। लेकिन कुछ सरल और असरदार उपाय अपनाकर इनसे बचा जा सकता है।
संतुलित और पौष्टिक आहार लें
- अपने आहार में हरी सब्जियां, फल, नट्स और प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ शामिल करें।
- जंक फूड, अधिक तेल और शुगर युक्त भोजन से बचें।
- कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) वाले खाद्य पदार्थ जैसे बाजरा, ओट्स और दालें हार्मोनल संतुलन बनाए रखने में मदद करते हैं।
नियमित व्यायाम करें
- रोजाना कम से कम 30 मिनट की फिजिकल एक्टिविटी करें जैसे योग, वॉकिंग, जॉगिंग या डांस।
- यह वजन को नियंत्रित रखने के साथ-साथ इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार करता है।
- व्यायाम तनाव को भी कम करता है जो पीसीओएस को नियंत्रित करने में सहायक है।
तनाव प्रबंधन करें
- तनाव हार्मोनल असंतुलन का एक बड़ा कारण है जिससे पीसीओडी और पीसीओएस का खतरा बढ़ता है।
- ध्यान, प्राणायाम और मेडिटेशन जैसी तकनीकों का अभ्यास करें।
- समय-समय पर ब्रेक लें और अपनी पसंदीदा गतिविधियों में शामिल होकर खुद को रिलैक्स करें।
पर्याप्त नींद लें
- रोजाना 7-8 घंटे की गहरी नींद लेना जरूरी है।
- सोने और जागने का समय निर्धारित करें और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का रात में कम उपयोग करें।
- अच्छी नींद हार्मोनल संतुलन बनाए रखने में मदद करती है।
नियमित जांच और डॉक्टर की सलाह लें
- अपनी सेहत को लेकर सतर्क रहें और नियमित रूप से हेल्थ चेकअप कराएं।
- यदि मासिक धर्म में गड़बड़ी या अन्य लक्षण महसूस हों, तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें।
- सही समय पर उपचार पीसीओडी और पीसीओएस से बचने में मददगार होता है।
इन उपायों को अपनी दिनचर्या में शामिल करके आप पीसीओडी और पीसीओएस के जोखिम को कम कर सकती हैं। एक स्वस्थ जीवनशैली और आत्म-देखभाल ही इन समस्याओं से बचने का सबसे अच्छा तरीका है।