Indian Stock Market: आज दिनांक 21 नवंबर 2024 को भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी जा रही है। प्रमुख सूचकांकों में सेंसेक्स 500 अंकों से अधिक गिरकर 77,000 के स्तर पर कारोबार कर रहा है, जबकि निफ्टी में भी लगभग 150 अंकों की गिरावट आई है और यह 23,350 के आसपास मंडरा रहा है। आज के सत्र में सेंसेक्स के 30 प्रमुख शेयरों में से 25 में गिरावट आई है, जबकि केवल 5 शेयरों में तेजी बनी हुई है। खासकर बैंकिंग और ऑटोमोबाइल सेक्टर के शेयरों में कमजोर रुझान बाजार के नीचे जाने का मुख्य कारण बने हैं।
सेंसेक्स और निफ्टी की गिरावट का कारण
सेंसेक्स में गिरावट के पीछे मुख्य रूप से बैंकिंग, ऑटो और अडाणी समूह के शेयरों में कमजोरी है। विशेष रूप से अडाणी पोर्ट्स के शेयर पर 10% का लोअर सर्किट लगा है, जिससे और अधिक दबाव पड़ा है। हालांकि, आईटी सेक्टर में कुछ सकारात्मक रुझान देखने को मिल रहे हैं, जो निवेशकों के लिए थोड़ी राहत का कारण बने हैं।
एशियाई बाजारों का प्रभाव
एशियाई बाजारों में मिश्रित रुझान देखने को मिला है। जापान का निक्केई सूचकांक 0.83% ऊपर है, जबकि दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.19% बढ़ा है। इसके विपरीत, चीन का शंघाई कम्पोजिट 0.14% नीचे चल रहा है। एशियाई बाजारों का यह मिलाजुला प्रदर्शन भारतीय बाजार पर भी असर डाल सकता है, क्योंकि वैश्विक बाजारों की स्थिति का भारतीय शेयर बाजार पर प्रभाव पड़ता है।
अमेरिकी बाजारों का असर
अमेरिकी शेयर बाजार में भी 20 नवंबर को मिश्रित रुझान देखने को मिले थे। डाओ जोंस में 0.32% की वृद्धि हुई और यह 43,408 पर बंद हुआ, जबकि एस एंड पी 500 में मामूली 0.002% की वृद्धि देखी गई, जो 5,917 पर बंद हुआ। वहीं, नैस्डैक में 0.11% की गिरावट आई और यह 18,966 पर समापन हुआ। इन मिश्रित रुझानों के बीच भारतीय बाजार में भी उतार-चढ़ाव देखा जा सकता है, खासकर विदेशी निवेशकों की सक्रियता के कारण।
विदेशी और घरेलू निवेशकों का प्रभाव
एनएसई के आंकड़ों के अनुसार, 19 नवंबर को विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने ₹3,411 करोड़ के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने ₹2,783 करोड़ के शेयर खरीदे। यह संकेत देता है कि विदेशी निवेशकों ने बाजार से बाहर निकासी की है, जबकि घरेलू निवेशकों ने खरीदारी बढ़ाई है। इस असमान निवेश प्रवृत्ति के कारण बाजार में अस्थिरता बनी हुई है।
NTPC ग्रीन एनर्जी का आईपीओ
NTPC ग्रीन एनर्जी लिमिटेड का आईपीओ 21 नवंबर को दूसरे दिन भी जारी है। पहले दिन, यानी 19 नवंबर को यह आईपीओ केवल 0.36 गुना सब्सक्राइब हुआ था। रिटेल निवेशकों का हिस्सा 1.47 गुना था, जबकि क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs) और नॉन-इंस्टिट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NIIs) में सब्सक्रिप्शन कम था। इस आईपीओ के लिए बिडिंग 22 नवंबर तक जारी रहेगी, और इसके बाद 27 नवंबर को कंपनी के शेयर BSE और NSE पर लिस्ट हो जाएंगे।
19 नवंबर का बाजार प्रदर्शन
19 नवंबर को शेयर बाजार में सकारात्मक रुझान देखा गया था। सेंसेक्स 240 अंकों की बढ़त के साथ 77,578 पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी 65 अंकों की बढ़त के साथ 23,518 पर समाप्त हुआ। हालांकि, दिन के उच्चतम स्तर से सेंसेक्स में 873 अंकों की गिरावट आई और निफ्टी में भी 262 अंकों की कमी आई। इस दौरान बाजार ने ऊपरी स्तर से बड़ी गिरावट का सामना किया।
बाजार में वर्तमान गिरावट
21 नवंबर को भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का मुख्य कारण वैश्विक बाजारों में उतार-चढ़ाव, अडाणी पोर्ट्स के शेयर में लोअर सर्किट और बैंकिंग एवं ऑटो सेक्टर में कमजोरी है। हालांकि, आईटी सेक्टर में कुछ सकारात्मक रुझान नजर आ रहे हैं, जो निवेशकों के लिए एक छोटी सी राहत हो सकते हैं। विदेशी निवेशकों द्वारा भारी बिकवाली और घरेलू निवेशकों की खरीदारी के बीच बाजार में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी हुई है। इस स्थिति में निवेशकों को सतर्क रहना जरूरी है, और उन्हें बाजार के आने वाले रुझानों पर ध्यान देना चाहिए।