Shivaji Jayanti: महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा में NSUI की ओर से छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती के अवसर पर जन चेतना पदयात्रा का आयोजन किया गया। इस पदयात्रा का उद्देश्य समाज में छत्रपति शिवाजी महाराज के विचारों, उनके आदर्शों तथा राष्ट्र निर्माण में उनके अतुलनीय योगदान को जन-जन तक पहुँचाना था।
यह यात्रा नजीर हाट से प्रारंभ होकर पूरे शहर से गुजरते हुए शिवाजी चौक पर सम्पन्न हुई। इस दौरान लोगों ने इसमें बढ़-चढ़कर भाग लिया और वर्धा शहर के विभिन्न हिस्सों में हजार से अधिक पर्चे वितरित किए गए। इन पर्चों के माध्यम से नागरिकों को छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन, उनकी नेतृत्व क्षमता, वीरता, रणनीतिक कुशलता और राष्ट्र के प्रति उनके अटूट समर्पण से अवगत कराया गया।
यात्रा के दौरान शिवाजी महाराज के व्यक्तित्व की भव्यता को रेखांकित करते हुए उन्हें “न्यायालंकारमंडीत”, “शस्त्र-अस्त्र शास्त्र पारंगत”, “राजनीति धुरंधर”, “सिंहासनाधीश्वर”, “प्रजापालक”, “अष्टप्रधानवेष्टित”, “सुवर्णरत्नश्रीपति” जैसी उपाधियों से संबोधित किया गया।
कार्यक्रम में प्रमुख सहभागी
इस आयोजन के संयोजक राहुल भोई रहे, जिनके नेतृत्व में NSUI कार्यकर्ताओं ने पूरी तत्परता और जोश के साथ इस पदयात्रा का सफलतापूर्वक आयोजन किया। कार्यक्रम में धनंजय जी, राहुल गजहंस, शिवानी जी, राकेश, अमन सहित कई अन्य कार्यकर्ताओं ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सभी ने मिलकर छत्रपति शिवाजी महाराज के संदेश को व्यापक स्तर पर प्रसारित करने का कार्य किया।
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युवाओं में राष्ट्रभक्ति की प्रेरणा
NSUI द्वारा आयोजित यह पदयात्रा न केवल शिवाजी महाराज के विचारों का प्रचार-प्रसार करने का माध्यम बनी, बल्कि इससे युवाओं में राष्ट्रभक्ति, नेतृत्व क्षमता और समाज सुधार की भावना भी जागृत हुई। उपस्थित जनसमूह ने शिवाजी महाराज के विचारों से प्रेरणा लेकर समाज व राष्ट्र की उन्नति में योगदान देने का संकल्प लिया।
NSUI वर्धा के कार्यकर्ताओं ने इस आयोजन के माध्यम से यह संदेश दिया कि छत्रपति शिवाजी महाराज का जीवन केवल इतिहास का विषय नहीं है, बल्कि यह वर्तमान और भविष्य के लिए भी प्रेरणा का स्रोत है। उनकी नीतियाँ, उनके विचार और उनकी रणनीतियाँ आज भी हमें नेतृत्व और आत्मनिर्भरता का मार्ग दिखाती हैं।