MGAHV: महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा के जनसंचार विभाग के शोधार्थियों एवं विद्यार्थियों ने दिनांक 06 जनवरी को छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में ठेकेदार द्वारा शहीद पत्रकार मुकेश चंद्राकर की निर्मम हत्या के विरोध में शोकसभा एवं श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया।
गौरतलब है कि पत्रकार मुकेश चंद्राकर ने बीजापुर जिले में सड़क निर्माण कार्य में हो रहे करोड़ों रुपये के भ्रष्टाचार को उजागर किया था। इसके चलते ठेकेदार ने उनकी अमानवीय तरीके से हत्या कर उनके शव को सेफ्टिक टैंक में डाल दिया। चार दिनों बाद उनका क्षत-विक्षत शव बरामद हुआ।
इस श्रद्धांजलि सभा में विद्यार्थियों ने लोकतंत्र और पत्रकारिता पर बढ़ते हमलों और सत्ता-अपराधी गठजोड़ की कड़ी निंदा की। साथ ही, उन्होंने दोषियों पर तत्काल सख्त कार्रवाई की मांग की। परिचर्चा के दौरान छात्रों और शोधार्थियों ने समाज में हो रहे आपराधिक घटनाओं, अपराधियों के बढ़ते मनोबल और सरकार की विफलता पर सवाल उठाए। पुलिस और न्यायपालिका की कार्यप्रणाली पर भी गहरी चिंता व्यक्त की गई।
कार्यक्रम का संचालन जनसंचार विभाग के परास्नातक छात्र शुभम तांबे ने किया। सभा में जनसंचार विभाग के गौरव चौहान, आदित्य उत्तम, वेदिका मिश्रा, विवेक रंजन सिंह, आशीष रंजन चौधरी, गुड्डू कुमार, अभय दुबे एंव हिंदी विभाग के नीरज छीलवार, प्रदीप, रत्नेश त्रिपाठी, समाजकार्य विभाग के चंदन सरोज, गांधी शांति अध्ययन विभाग के योगेश जहांगिड़ समेत बड़ी संख्या में विश्वविद्यालय के विद्यार्थी उपस्थित रहे। सभी ने शहीद पत्रकार मुकेश चंद्राकर को श्रद्धांजलि स्वरूप पुष्प अर्पित किए।
इस आयोजन ने लोकतंत्र, पत्रकारिता और जनहित की रक्षा के लिए विद्यार्थियों की एकजुटता को प्रदर्शित किया।